5 TIPS ABOUT APSARA SADHNA YOU CAN USE TODAY

5 Tips about apsara sadhna You Can Use Today

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अप्सरा साधना: तकनीक, लाभ और उपाय

The apply of invoking Apsaras requires a deep understanding of the energies being called on. Devoid of right know-how or direction, practitioners may inadvertently attract unwanted energies or experiences.

आपने अप्सरा साधना, लाभ, तकनीक, और अंतरों के बारे में बहुत ही रोचक जानकारी प्रदान की है। यह सब जानकारी आपकी जिज्ञासा को पूर्ण करने में मददगार साबित हुई है। अप्सरा साधना के बारे में और जानने के लिए आप गुरु की शरण में आएंगे, तो यह एक अद्भुत अनुभव हो सकता है। कृपया ध्यान दें कि यह साधना विशेषज्ञता और नियमितता की आवश्यकता पर आधारित होती है, इसलिए इसे सावधानीपूर्वक करें। आपका इस विषय में रुचि और अध्ययन करने का धन्यवाद!

I most important point I've learnt is to carry out Great karmas with ” excellent intentions ” so that you'll be become destined to experience Added benefits inside your existing lifetime if destined or invariably you will certainly be handed on a golden platter the benefits with curiosity. Equally any destructive karmas will give its painful final results.

१८ से लेकर ६०-७० वर्ष के बीच के व्यक्ति अप्सरा website साधना कर सकते हैं।

आकर्षण शक्ति: अप्सराएं अत्यधिक सुंदर होती हैं और उनकी आकर्षण शक्ति अत्यंत प्रभावशाली होती है। वे अपने सौंदर्य और चर्म से लोगों को मोहित कर सकती हैं।

साधना के लिए एकांतिक स्थान का चयन करें, जिससे कि आपकी पूजा या साधना में किसी प्रकार का व्यवधान न हो।

An Apsara can be certain to be just right for you for not over five years. Soon after 5 years, she won't pay attention to your instructions. Then, you can conduct the Apsara Sadhana again to invoke A different Apsara to perform duties for yourself.

हम लाते हैं देश-दुनिया की सबसे बड़ी और ताज़ा ख़बरें, बिल्कुल विश्वसनीय और साफ अंदाज़ में।

अप्सरा साधना के दुष्परिणामों को समझना महत्वपूर्ण है ताकि लोगों को सच्ची और समझदारी से इसके प्रभाव का अनुमान लगाने में मदद मिल सके। कुछ दुष्परिणाम निम्नलिखित हो सकते हैं:

शत्रु नाशक हनुमान मंत्र – गुप्त शत्रु की उल्टी गिनती शुरू

कहा जाता है कि जब तक अप्सराएँ वचन नहीं देती, तब तक उनकी बातों पर विश्वास न करें।

इसके प्रभाब से पुरूष स्त्री कोई भी हो उसे काम युद्ध में कोई जीत नहीं सकता । यह देबी सुख- शान्ति और समृद्धि प्रदान करती है ।

इस अप्सरा की कामेच्छा कभी शांत नहीं होती सदैब यह कामपीडित बनी रहती है इसीलिए इसका नाम कामेच्छी पडा है। इसका अनुष्ठान सरल है । सोमबार के कमलधारिणी देबी का चित्र ले। एकान्त स्थान पर रात्रि में उक्त मंत्र से पूजा कर ७ दिन तक हकीक माला से ११००० जप करे तो देबी सिद्ध हो जाती है प्रभाब स्वयं पता चलता है ।

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